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- Babar Azam Shaheen Afridi Vs PCB Controversy | Pakistan Cricket Team Dispute Over Central Contract
स्पोर्ट्स डेस्क2 घंटे पहले
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पाकिस्तानी प्लेयर्स की शिकायत है कि बोर्ड उन्हें जितनी सैलरी देता है, उसका करीब आधा ही उन्हें मिल पाता है। इसकी वजह भारी टैक्स डिडक्शन है। (फाइल फोटो)
ICC मेंस वर्ल्ड कप शुरू होने में बस चंद दिन बाकी हैं। तमाम टीमें तैयारियों को अमलीजामा पहनाने में जुटी हैं, लेकिन 1992 की वर्ल्ड चैंपियन पाकिस्तान टीम एक बार फिर गलत वजह से सुर्खियों में है।
पाकिस्तान से मिल रही रिपोर्ट्स के मुताबिक- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और प्लेयर्स के बीच सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर पांच महीने से चला आ रहा विवाद अब गंभीर हो चुका है। प्लेयर्स को चार महीने से सैलरी नहीं मिली है।
अब खबर है कि प्लेयर्स ने PCB को साफ बता दिया है कि अगर वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले यह मामला नहीं सुलझाया गया तो वो टीम स्पॉन्सर का लोगो नहीं पहनेंगे और न ही वर्ल्ड कप के किसी प्रमोशनल इवेंट में हिस्सा लेंगे।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाकिस्तानी प्लेयर्स पिछले महीने एशिया कप खेलने के लिए भी तैयार नहीं थे। बाद में किसी तरह मामला ठंडा किया गया। (फाइल)
पहले जानिए विवाद क्या है
- दुनिया के दूसरे क्रिकेट बोर्ड्स की तरह ही पाकिस्तान में भी प्लेयर्स को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिए जाते हैं। इसमें भी कुछ कैटेगरीज होती हैं। A कैटेगरीज में टॉप प्लेयर्स रखे जाते हैं। मसलन इस वक्त कप्तान बाबर आजम, शाहीन शाह आफरीदी और मोहम्मद रिजवान A कैटेगरी के प्लेयर हैं।
- A कैटेगरी के प्लेयर्स को 45 लाख रुपए ( पाकिस्तानी करंसी) हर महीने दिए जाते हैं। प्लेयर्स को इस फीस पर कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उनकी परेशानी यह है कि 45 लाख रुपए की इस फीस पर इतना टैक्स लगा दिया जाता है कि उन्हें 27 से 28 लाख रुपए ही मिल पाते हैं।
- यह विवाद पांच महीने पहले शुरू हुआ था और तब से अब तक दो PCB चीफ (पहले नजम सेठी और अब जका अशरफ) कमान संभाल चुके हैं, लेकिन मसला हल नहीं हो सका। एक और दिक्कत की बात यह है कि वर्ल्ड कप खत्म होने से पहले ही जका अशरफ भी विदाई ले चुके होंगे और फिर कोई नया चीफ ओहदा संभालेगा। प्लेयर्स को लगता है कि अगर यह मामला अभी नहीं सुलझा तो फिर बहुत लंबा खिंचेगा।
बाबर आजम के अलावा शाहीन शाह आफरीदी और विकेटकीपर बैटर मोहम्मद रिजवान ए कैटेगरी में आते हैं। इन्हें 45 लाख रुपए हर महीने मिलते हैं। (फाइल)
प्लेयर्स की नई डिमांड
- ‘क्रिकेट पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के मुताबिक- कई पाकिस्तानी प्लेयर्स एशिया कप में सिर्फ इस शर्त पर खेलने गए थे कि वर्ल्ड कप से पहले इस मामले को सुलझा लिया जाएगा। हालांकि, ये भी नहीं हो सका।
- अब प्लेयर्स ने नई डिमांड यह रखी है कि ICC खेल की बेहतरी के लिए हर देश को जो पैसा देता है या रेवेन्यू शेयर करता है, उसमें से प्लेयर्स को भी हिस्सा दिया जाए। जाहिर है PCB इसके लिए तैयार नहीं हो सकता, क्योंकि ये किसी भी देश में नहीं होता। कुल मिलाकर न तो सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की फीस का विवाद थम रहा है और न ही ICC के रेवेन्यू को प्लेयर्स के साथ शेयर करने का मसला हल हो रहा है।
- रिपोर्ट्स बताती हैं कि प्लेयर्स ने PCB को साफ बता दिया है कि उनकी मांगें जल्द से जल्द पूरी होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो न तो टीम स्पॉन्सर का लोगो किट पर लगाएंगे और न वर्ल्ड कप के किसी प्रमोशनल इवेंट में शिरकत करेंगे।
इंजमाम उल हक इस वक्त चीफ सिलेक्टर हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोर्ड के चीफ जका अशरफ ने विवाद सुलझाने के लिए अब इंजमाम से मदद मांगी है। (फाइल)
इंजमाम मसला हल कराने में जुटे
- सोमवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि PCB चीफ जका अशरफ ने मामला सुलझाने के लिए चीफ सिलेक्टर इंजमाम उल हक से मदद मांगी है। सोमवार को ही इंजमाम और PCB चीफ के बीच लंबी मुलाकात भी हुई। हालांकि, PCB और इंजमाम ने कोई बयान जारी नहीं किया। प्लेयर्स के एजेंट्स ही मीडिया को खबरें लीक कर रहे हैं और बोर्ड इन हरकतों से ज्यादा भड़का हुआ है।
- प्लेयर्स की नाराजगी इस बात से और बढ़ जाती है कि उन्हें चार महीने से बोर्ड की तरफ से कोई पैसा नहीं दिया गया। कुछ प्लेयर्स तो ऐसे हैं जो दुनियाभर में चल रही क्रिकेट लीग्स में खेलकर काम चला रहे हैं। अब PCB इसमें भी अड़ंगे लगा रहा है। प्लेयर्स से कहा जा रहा है कि अगर वो इन लीग्स में खेलेंगे तो उन्हें NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) के साथ ही वहां से हुई कमाई की तमाम जानकारी भी बोर्ड को लिखित में देनी होगी। जाहिर है, खिलाड़ी इसके लिए तैयार नहीं हैं।
- पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप 2023 में अपने सफर का आगाज 6 अक्टूबर को हैदराबाद में नीदरलैंड्स के खिलाफ करेगी।