नई दिल्ली, एजेंसी: पेय और खाद्य निर्माण की लीडिंग कंपनी पेप्सिको (PepsiCo) ने आज कहा कि वह असम के नलबाड़ी में अपना पहला खाद्य विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए 778 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
2025 तक चालू होगा प्लांट
पेप्सिको के एक बयान में कहा गया है कि 44.2 एकड़ में फैले इस प्लांट को 2025 में चालू करने का प्रस्ताव है और इसका लक्ष्य असम के 500 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
कंपनी का नॉर्थ ईस्ट में पहला इंवेस्टमेंट
पेप्सिको का असम के साथ-साथ नॉर्थ ईस्ट में यह पहला निवेश है। कंपनी के पोर्टफोलियो में पेप्सी, 7अप, माउंटेन ड्यू, स्लाइस, ट्रॉपिकाना, मिरिंडा, लेज़, कुरकुरे, अंकल चिप्स और क्वेकर ओट्स सहित अनेक पेय और खाद्य ब्रांड है।
पेप्सिको के प्लांट में 75 फीसदी रहेंगी महिलाएं
पेप्सिको इंडिया ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और क्षेत्र में महिलाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए एक सुरक्षित और सहायक कार्य वातावरण बनाने के लिए असम कौशल विकास मिशन और रोजगार और शिल्पकार प्रशिक्षण निदेशालय के साथ एक त्रिपक्षीय MoU साइन किया है। कंपनी का लक्ष्य कम से कम 75 प्रतिशत महिला प्रतिनिधित्व का है।
5 हजार से अधिक किसानों के जीवन में होगा सुधार
नलबाड़ी ग्रीनफील्ड सुविधा अगले कुछ वर्षों में 5,000 से अधिक किसानों की आजीविका में सहायता और सुधार करने के पेप्सिको के प्रयासों को और मजबूत करेगी।
पेप्सिको इंडिया ने कहा कि यह किसानों को अपने प्रतिष्ठित ब्रांड लेज़ चिप्स का उत्पादन करने के लिए राज्य से 50,000 टन आलू प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ प्रौद्योगिकी, उच्च गुणवत्ता वाले बीज और सस्ती मशीनरी का उपयोग करके विकास के अवसर भी प्रदान करेगा। कंपनी अगले कुछ वर्षों में इस प्लांट में 60,000 टन की कोल्ड स्टोरेज क्षमता की मांग भी पैदा करेगी।
भूमि पूजन में सीएम रहे शामिल
आपको बता दें कि पेप्सिको के प्लांट निर्माण के लिए सबसे पहले भारतीय परंपरा के अनुसार पेप्सिको इंडिया की ओर से भूमि पूजन समारोह का आयोजन किया गया।
कंपनी के एक बयान के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा के साथ राज्य सरकार के प्रमुख वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति समारोह में शामिल हुए। पेप्सिको ने 1989 में भारत में प्रवेश किया था और आज भारत में सबसे बड़े खाद्य और पेय व्यवसायों में से एक बन गया।