Raebareli News: रायबरेली में फूड सेफ्टी ऑन व्हील सेवा मजाक बन गई है। यहां खाद्य पदार्थों की घर-घर जाकर जांच करने के लिए जो वाहन भेजा गया है वह महज इसलिए कबाड़ हो रहा है क्योंकि उसका इंश्योरेंस खत्म हो गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह वाहन उन्हें रिसीव ही एक्सपायर्ड इंश्योरेंस के साथ हुआ था। रायबरेली खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी निदेशक को पत्र लिखकर वाहन को कबाड़ होने के लिए छोड़ दिया है।
करोड़ों रुपये की योजना, सुविधा नदारद
दरअसल केंद्र सरकार ने प्रदेश के 18 जिलों और तीन मंडलों के लिए कुल 21 वाहन भेजे हैं। उनमें से एक वाहन रायबरेली को भी मिला है। यह वाहन खाद्य पदार्थों में मिलावट चेक करने वाली मशीन और रीएजेंट से लैस है। इस वाहन को उपभोक्ता के घर-घर भेजकर उसकी रसोई में इस्तेमाल होने वाली खाद्य सामग्री की जांच उसके द्वार पर ही करना था, लेकिन सरकार का करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद उपभोक्ताओं को यह सुविधा नहीं मिल सकी।
वाहन का तीन माह का इंश्योरेंस खत्म
दरअसल इस वाहन की खरीद के समय ही इसका तीन माह का इंश्योरेंस कराया गया था। दिल्ली से यह वाहन जब जिलों में पहुंचा तो पहुंचने तक में ही तीन माह से ज्यादा का समय गुजर चुका था। नतीजा यह रहा कि जिले में यह वाहन एक्सपायर्ड इंश्योरेंस के साथ पहुंचा। जिला स्तरीय खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने निदेशक को पत्र लिखा और वाहन को खड़ा कर दिया कबाड़ होने के लिए। विभाग की छोटी सी इस लापरवाही के चलते केवल लाखों की कीमत का वाहन ही नहीं कबाड़ हो रहा। वाहन खड़ा रहने से उसमें रखीं लाखों रुपये की कीमत की मशीनें और रीएजेंट भी बर्बाद हो रहा है।