रामलला के तिलक के लिए ऑप्टिकल मैकेनिकल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है. वैज्ञानिक भाषा में इसको पोलराइजेशन ऑफ लाइट बोल सकते हैं. इसके लिए लेंस और मिरर का इस्तेमाल किया जाता है. सूर्य की किरण को एक जगह केंद्रित करने के लिए वैज्ञानिक इसका इस्तेमाल करते हैं.