अनियमित दिनचर्या, जंक फूड और शराब का अत्यधिक सेवन जैसी आदतों से अधिकांश लोग लिवर की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। फैटी लिवर बड़ी समस्या बन रहा है। इसमें लापरवाही कई बार जानलेवा साबित हो रही है। एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि लिवर को स्वस्थ रहने के लिए खान-पान के साथ दिनचर्या में बदलाव जरूरी है।
एम्स के गेस्ट्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो. रोहित गुप्ता बताते हैं कि लिवर का कार्य भोजन का पाचन, शुगर नियंत्रण, शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना, भोजन से अवांछनीय तत्वों को पृथक करना है। एक स्वस्थ मनुष्य में लिवर एक से सवा किलो के भार तक का होता है। जब लिवर में अत्यधिक वसा जम जाती है तो इससे लिवर का आकार बड़ा हो जाता है। जो धीरे धीरे लिवर में सूजन पैदा करता है। लंबे समय तक सूजन रहने के कारण बाद में लिवर सिकुड़ जाता है। जिससे उसका कार्य प्रभावित होता है।
फैटी लिवर के मुख्य कारण अत्यधिक मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज, शराब का सेवन, खाने में शुगर और फैट की मात्रा अधिक होना और शारीरिक कार्य कम करना है। जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक का सेवन प्रमुख कारण है। प्रो. गुप्ता बताते हैं अधिकांश लोगों में फैटी लिवर के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। खासतौर पर मोटापे और शुगर से पीड़ित लोगों को फैटी लिवर की जांच करानी आवश्यक है।
———
एम्स में हर सप्ताह पहुंचते हैं 100 से 150 नए मरीज
प्रो. रोहित गुप्ता ने बताया कि एम्स में हर सप्ताह लिवर की बीमारी से पीड़ित करीब 100 से 150 नए मरीज पहुंचते हैं। जिनमें अधिकांश एल्कोहलिक हेपेटाइटिस और फैटी लिवर से ग्रसित होते हैं। लिवर से पीड़ित इन मरीजों में अधिकांश संख्या पुरुषों की है। जिनकी उम्र 40 से 45 के बीच है।
————-
लीवर खराब होने के कारण और लक्षण
प्रो. रोहित गुप्ता बताते हैं कि लिवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें शराब का अत्यधिक सेवन, लीवर में वसा का जमना, वायरस (हेपेटाइटिस ए, बी, सी व ई) जैसे मुख्य कारण हैं। लिवर कमजोर होने से पीलिया होना, भूख न लगना, उल्टी होना, पेट में पानी का भर जाना, खून की उल्टी होना, बेहोश होने जैसे लक्षण हैं।
————-
लिवर सिरोसिस और एल्कोहलिक हेपेटाइटिस की ये है वजह
प्रो. रोहित गुप्ता बताते हैं कि शराब के अत्यधिक सेवन से लिवर सिरोसिस और अल्कोहलिक हेपेटाइटिस जैसी समस्या बढ़ रही है। इसमें लिवर सिकुड़ जाता है। जिससे पीलिया, पेट में पानी भर जाना, बेहोश होना आदि दिक्कतें होती हैं। यदि इसका समय पर उपचार नहीं किया गया तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। वहीं, लीवर को नुकसान पहुंचाने वाली स्थितियां घाव का कारण बन सकती हैं। जिसे सिरोसिस कहा जाता है। सिरोसिस से लिवर फेल हो सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।
—————
ऐसे रखें लिवर को स्वस्थ
शराब का सेवन बंद करें। वजन पर नियंत्रण और शुगर की नियमित जांच कराएं। भोजन में शुगर और फेट की मात्रा नियंत्रित लें। नियमित व्यायाम और योग करें। चिकित्सक की सलाह के बिना किसी भी दवा का सेवन न करें।