Rishikesh News: तीर्थस्थल भ्रमण और मनोरंजन के नहीं, शिक्षा के केंद्र


नगर निगम ऋषिकेश व शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय शिक्षण वर्ग राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई।

शुक्रवार को नगर निगम स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन शैक्षणिक सत्र कराया गया। जिसमें दून विवि के पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. विजय श्रीधर और सहायक संभागीय अधिकारी अरविंद पांडे ने प्रदूषण के कारकों और उनके निवारण पर चर्चा की। कार्यशाला में नगर निगम मेयर अनीता ममगाईं ने कहा कि न्यास ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का खाका तैयार किया है।

न्यास के प्रांत संयोजक डॉ. अशोक मैंदोला ने कहा कि न्यास के शैक्षणिक कार्य निरंतर चलते रहते हैं। इसलिए इनका समापन नहीं होता है। न्यास के उत्तर पश्चिम क्षेत्र प्रमुख जगरामजी ने कहा कि तीर्थस्थल भ्रमण और मनोरंजन के स्थान नहीं, बल्कि शिक्षा के केंद्र हैं। न्यास के प्रांत संयोजक डॉ. विनोद अग्रवाल ने कहा कि चरित्र विकास के बिना शिक्षा अधूरी है। प्रांत पर्यावरण संयोजक विनोद जुगलान ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए शिक्षा में संस्कार पोषण महत्वपूर्ण है।

नगर आयुक्त राहुल गोयल ने कहा कि स्वच्छता मिशन, शिक्षा, संस्कृति आदि के उत्थान के लिए सामुदायिक सहयोग आवश्यक है। सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट ने कहा कि ऋषिकेश में लोग आंतरिक स्वच्छता व आध्यात्मिक ज्ञान के लिए आते हैं। लेकिन आध्यात्मिक ज्ञान के लिए नगर की स्वच्छता सर्वप्रथम है। इस मौके पर डॉ. एसबी सिंह, प्राचार्या डॉ तनुजा पोखरियाल, प्रतिभा सरन, डॉ. विक्रम पड़ियार, अजय कृष्ण भटारा, दीपक तायल, डॉ. दयाधर दीक्षित, डॉ. शिव दयाल आदि मौजूद रहे।


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