रोहतक। एक माह 10 दिन पहले साॅफ्टवेयर इंजीनियर सुमित मलिक की छीनी गई कार का अब तक सुराग नहीं लग सका है। मलिक का कहना है कि वह कई बार पुलिस के पास जा चुका है। हर बार एक ही जवाब मिला, प्रयास कर रहे हैं। अब तो उसने उम्मीद ही छोड़ दी है। क्योंकि लुटेरे वारदात के बाद गाड़ी का नक्शा ही बदल देते हैं।
जींद जिले के गांव निडाना निवासी सुमित मलिक ने 17 सितंबर को अर्बन एस्टेट थाने में शिकायत दी थी कि वह साॅफ्टवेयर इंजीनियर है। उसकी पत्नी अरुंधति भी नौकरी करती है। दोनों सेक्टर चार के एक्सटेंशन में किराये पर रहते हैं ताकि समय पर गुरुग्राम ड्यूटी पर जा सकें। 17 सितंबर की शाम डी पार्क स्थित मार्केट में खरीदारी करने आए थे। वापस जाते समय सुपवा के पास पहुंचे तो अहसास हुआ कि कार के किसी टायर में पंक्चर हुआ है। उसने सड़क किनारे कार रोकी तो किसी टायर में पंक्चर नहीं मिला। तभी दो नकाबपोश युवक आए और पिस्तौल दिखाकर, बोले- शोर मचाने की जरूरत नहीं है। चुपचाप साइड हो जाओ। साथ ही दोनों के मोबाइल फोन व पर्स भी ले लिए। इसके बाद आरोपी कार लेकर फरार हो गए। अब तक पुलिस आरोपियों का सुराग नहीं लगा सकी है।
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डेढ़ माह में कई बार वह नया बस स्टैंड पुलिस चौकी में गया। हर बार पुलिसकर्मी एक ही जवाब देते हैं कि प्रयास कर रहे हैं। निराश होकर जाना छोड़ दिया है।
सुमित मलिक, कार मालिक
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कार को बरामद करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। साइबर सैल की भी मदद ली जा रही है। हालांकि अभी कामयाबी नहीं मिली है।
एएसआई पंकज, प्रभारी बस स्टैंड पुलिस चौकी