कस्बे में बिजली चोरी के खिलाफ चेकिंग कर रहे ऊर्जा निगम के अधिकारी, खुद ही एआरटीओ की चेकिंग का शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि जांच में सभी दस्तावेज नहीं दिखा पाने पर अधिकारियों ने पहले अपना रौब गालिब करना चाहा लेकिन एआरटीओ की टीम ने बिना किसी दबाव में आए बिना ऊर्जा निगम की गाड़ी सीज कर दी। ऐसे में गाड़ी में बैठे सभी अधिकारियों को वैकल्पिक वाहनों से रुड़की पहुंचना पड़ा।
सोमवार को ऊर्जा निगम की टीम क्षेत्र में बिजली चोरी के खिलाफ चेकिंग करने पहुंची हुई थी। इसी दौरान सड़क पर चेकिंग कर रही एआरटीओ की सचल दल की टीम ने बोलेरो गाड़ी पर उत्तराखंड सरकार लिखा देखकर उसे रोक लिया। गाड़ी में ऊर्जा निगम के अधिकारी व अन्य स्टाफ बैठे हुए थे। सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने चालक से गाड़ी के कागजात दिखाने के लिए कहा तो गाड़ी चालक मांग के अनुरूप सभी दस्तावेज नहीं दिखा पाया।
परिवहन अधिकारी ने कागजों की बाबत कहा तो वह अधिकारी होने का रौब गालिब करने लगे। हालांकि एआरटीओ अधिकारी की टीम ने स्पष्ट किया कि बिना दस्तावेज गाड़ी जाने नहीं दी जाएगी। काफी देर तक भी पूरे दस्तावेज नहीं दिखाए जाने पर टीम ने ऊर्जा निगम की गाड़ी सीज कर दी। ऐसे में गाड़ी में बैठे सभी अधिकारियों को वैकल्पिक साधनों से लौटना पडा।
एआरटीओ एल्विन रोक्सी ने बताया कि सचल दल की टीम का क्षेत्र में चेकिंग अभियान चल रहा था। ऊर्जा निगम की एक गाड़ी के पास पूरे दस्तावेज नहीं थे। अधूरे कागजात होने पर गाड़ी सीज की गई। थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा का कहना है कि सीज की गई गाड़ी को थाना परिसर में खड़ी कर दी गई है।