
शामली। जिला पुलिस और एसओजी द्वारा पकड़े गए अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्यों ने पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। गिरोह के निशाने पर भीड़भाड वाले इलाकों में खड़ी सेंट्रो कार, इको, और स्पलेंडर बाइकें रहती हैं। मेरठ में चोरी के वाहनों के काटने पर पुलिस ने शिकंजा कसा तो गिरोह के सदस्यों ने दिल्ली के मायापुरी के कुछ कबाड़ियों से मिलीभगत कर शामली, बागपत, गाजियाबाद और अन्य स्थानों से चोरी किए वाहनों को दिल्ली में बेचना शुरू कर दिया। कार को 35 हजार जबकि बाइक को 15 से लेकर 18 हजार रुपये में बेचा जाता था। पुलिस गिरोह के सदस्यों को नहीं पकड़ सकी।
पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के 5 सदस्यों बागपत के मवीकलां गांव निवासी सचिन, सुमित कुमार, दिल्ली के नरेला के खेडाखुर्द के रहने वाले दर्शनमान, दिल्ली के नजफगढ़ के रहने वाले प्रवीण और दिल्ली के ककरौला के रहने वाले मनीष को गिरफ्तार किया था। जिनके कब्जे से चोरी की एक सेंट्रो कार, ईको कार तथा घटना में प्रयुक्त एक मोबाइल फोन बरामद किया गया था। जबकि चार आरोपी मौके से फरार हो गए थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बड़ौत का अमित और शामली का आर्यन उन्हें बाइक, कार को चोरी कर बेचते थे। वे दिल्ली के मायापुरी के कबाड़ियों से संपर्क कर वाहनों को दिल्ली ले जाकर कटवा देते थे।
इसके लिए वह व्हाट्सएप कॉल पर ही बात करते थे। बातचीत में कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे। कार चोरी की होती थी तो ब्यूटीफुल कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता था और 20 हजार में खरीदने का दावा गिरोह के सदस्य करते थे। इसी तरह इको चोरी होने पर अति सुंदर कोड वर्ड का प्रयोग किया जाता था तथा 25 हजार रुपये में खरीदा जाता था। बाइक चोरी का मतलब दो फूल होता है , बाइक चोरी के 8 से 10 हजार रुपये चोर को दिए जाते हैं। मायापुरी में बाइक को 15 से लेकर 18 हजार में बेचा जाता है। पुलिस ने मायापुरी के चोरी के वाहनों को खरीदने वाले गिरोह के सदस्य सरदार मंदीप और अन्य को भी चिन्हित किया है।
– बंटा हुआ था क्षेत्र
चोरी से लेकर वाहनों की डीलिंग के लिए सभी ने एरिया बांटे हुए थे। एक दूसरे के एरिया में कोई भी चोर हस्तक्षेप नहीं करता था। शामली, बागपत से चोरी वाहनों को बेचने की जिम्मेदारी सुमित, प्रवीण और दर्शनमान की थी। जबकि अन्य स्थानों से चोरी किए गए वाहनों को मनीष आदि बेचते थे।
शामली से पकड़े गए पांचों आरोपी अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य हैं। दिल्ली के मायापुरी के कुछ कबाड़ी चोरी के वाहनों को चंद रुपयों के लालच में काट रहे हैं। कुछ कबाड़ियों को भी चिन्हित किया गया है। दिल्ली पुलिस के सहयोग से वाहनों को काटने वाले कबाड़ियों और गिरोह के फरार सदस्यों पर शिकंजा कसा जाएगा। – अभिषेक, एसपी शामली
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