जागरण संवाददाता, सोनीपत। जिले में दौड़ रहे सात हजार से ज्यादा ऑटो पर यूनिक नंबर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। दिल्ली रोड स्थित ट्रैफिक थाने में दो दिन से ऑटो का जमावड़ा लग रहा है। ऑटो पर लगाए जा रहे सोनीपत पुलिस के स्टीकर पर यूनिक नंबर के अलावा चालक का नाम, फोटो और ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर भी लिखा है।
यूनिक कोड लेना अनिवार्य है
ऑटो को चलाने वाले ड्राइवर की पुलिस वेरिफिकेशन के साथ ही आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और ऑटो की आरसी की कापी आदि दस्तावेज भी जमा करवाए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर ऑटो के एक आगे, एक पीछे व एक अंदर स्टीकर लगेगा।
पुलिस अपने पास कर रही रजिस्ट्रेशन
यह यूनिक कोड लेना अनिवार्य है। कुछ दिन पहले महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए पुलिस ने ऑटो यूनियनों के साथ बैठक की थी। सभी ऑटो का पुलिस अपने पास रजिस्ट्रेशन कर रही है। ऑटो और ड्राइवरों का रिकार्ड लेकर इसे अपडेट करने और इनके आईडी कार्ड बनाने में करीब एक महीने तक का समय लग सकता है।
महिलाएं व लड़कियां ऑटो में खासकर रात के समय सुरक्षित महसूस नहीं करती। सवारियों को ऑटो नंबर याद नहीं रहता या ऑटो नंबर ऐसी जगह पर होता है, जो यात्री को दिखाई नहीं देता। इसलिए यह आईडी कार्ड एक स्टीकर के रूप में ऑटो पर चिपकाया जा रहा है।
दो दिन से स्टीकर लगाने का चल रहा काम
ऑटो ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण सैनी ने बताया कि 15 दिन से यह प्रक्रिया चल रही है। अब दो दिन से स्टीकर लगाने का काम शुरू किया गया है। फिलहाल आठ से दस रूट चिंहित किए गए हैं। सभी ऑटो चालक पुलिस का सहयोग कर रहे हैं और अपने ऑटो का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आ रहे हैं।
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ऑटो चालक हर तरह से पुलिस की मदद करते हैं। हमारी मांग है कि ऑटो के किराए में बढ़ोतरी के भी प्रयास किए जाएंगे। अभी सोनीपत से बहालगढ़ तक का केवल दस रुपये किराया है। इसे 20 रुपये किया जाए।
अपराधों पर नजर रखने और महिला सुरक्षा के मद्देनजर ऑटो को यूनिक नंबर जारी किए जा रहे हैं। इस स्टीकर को फ्रंट शीशे पर चस्पा किया जा रहा है। इससे चालक को तलाश करना पुलिस के लिए आसान होगा। नवंबर में ऑटो की चेकिंग की जाएगी और जिस भी ऑटो पर स्टीकर नहीं मिला, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -रमेश जागलान, एसीपी ट्रैफिक
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