सोनीपत। महलाना रोड पर सीएनजी स्टेशन के सामने कार की टक्कर से घायल हुए स्कूटी सवार सिविल इंजीनियर की निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक के भाई ने कार चालक के साथ ही निजी अस्पताल के निदेशक और दो चिकित्सक पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज कराया है। सेक्टर-27 व सदर थाना पुलिस ने मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सरस्वती विहार निवासी नरेश ने सदर थाना पुलिस को बताया कि उनके भाई प्रदीप स्कूटी पर सवार होकर महलाना रोड पर गए थे। जब उनका भाई नहीं आया तो वह उन्हें देखने चले गए। वहां उन्होंने देखा कि उनके भाई की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी। आसपास के लोगों ने उनके भाई के बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनके भाई की मौत हो गई। उन्होंने कार चालक पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
निजी अस्पताल चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप
नरेश ने सेक्टर-27 थाना पुलिस को बताया कि उनके भाई को बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उनके सिर का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद से वह बेहोश थे। उन्होंने डॉ.योगेंद्र से उनके बारे में कई बार पूछा तो उन्होंने बताया था कि वह खतरे से बाहर हैं। उसके बाद दोनों चिकित्सक योगेंद्र और राहुल मौके से चले गए। उन्हें बताया गया था कि अस्पताल में 24 घंटे चिकित्सक की सुविधा है। सोमवार शाम 6 बजे जब वह अपने भाई को देखने गए तो वह स्वस्थ नहीं दिख रहे थे। इस पर संबंधित स्टाफ को कहा और उसके बाद दो घंटे सब ठीक होने की बोलते रहे, लेकिन कोई भी चिकित्सक मौके पर नहीं आया। इसके चलते करीब 8 बजे अस्पताल स्टाफ ने बताया कि उनके भाई की मौत हो चुकी है। आरोप है कि उनके भाई की मौत अस्पताल के डायरेक्टर विपिन सांगवान, डॉ. राहुल और डॉ. योगेंद्र सिंह की लापरवाही से हुई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।