फोटो 10. सोनीपत के कपड़ा मार्केट में अतिक्रमण के चलते बने संकरे मार्ग पर फंसे दोपहिया वाहन चालक
सोनीपत। त्योहारी सीजन में शहर की सड़कें संकरी हो गई हैं। ऐसे में अगर कहीं दुर्घटना हुई तो दमकल गाड़ी नहीं पहुंच पाएगी। बाजार में दमकल गाड़ी के निकलने तक का रास्ता नहीं बचा है। कच्चे क्वार्टर बाजार में वर्ष 1999 में हुए हादसे काे अभी कई दुकानदार भूले नहीं हैं। इसमें 48 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बावजूद दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे।
हालात यह हैं कि 40 फुट की सड़क पर सिकुड़कर करीब 15 फुट की रह गई है। त्योहारी सीजन में भीड़ के चलते वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को भी निकलने का रास्ता नहीं मिल पा रहा। इतना ही नहीं बस अड्डे के पास कपड़ा मार्केट में भी अतिक्रमण ज्यादा होने के कारण वाहन निकालना मुश्किल हो रहा है।
कच्चे क्वार्टर बाजार में 7 नवंबर, 1999 में हुए खौफनाक हादसे में दिवाली से एक दिन पहले कच्चे क्वार्टर बाजार में पटाखों के स्टाक में आग लगने के बाद भगदड़ मच गई थी। उस घटना से भी सबक नहीं लिया गया है। छोटी दिवाली पर शनिवार को दिनभर लोगों ने कच्चे क्वार्टर बाजार में जमकर खरीदारी की। बाजार में अतिक्रमण इस कदर है कि सड़क संकरी पड़ गई। अतिक्रमण को हटाने के लिए निगम प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। निगम की टीम दुकानदारों को अतिक्रमण न करने के प्रति चेतावनी देकर लौट रही है। हालत यह है कि यदि कोई बड़ा हादसा हुआ तो दमकल विभाग की टीम को गाड़ी निकालना मुश्किल होगा।
त्योहारी सीजन में सुरक्षा के मद्देनजर बाजार में प्रशासन की ओर से कोई तैयारी नहीं की। दमकल विभाग की ओर से बाजार में गाड़ी तक नहीं निकाली गई। सप्ताह में दो से तीन बार अगर गाड़ी बाजार से निकाली जाती तो अतिक्रमण नहीं होता। -राकेश चोपड़ा, प्रधान, कच्चे क्वार्टर बाजार।
अतिक्रमण ज्यादा होने के कारण बाजार की सड़कें संकरी हो गई हैं। लोगों को किसी भी हादसे से बचाव के लिए प्रशासन की ओर से बेहतर कदम उठाए जाने चाहिए। -बिट्टू जैन, व्यापारी।
दमकल विभाग की ओर से संकरे मार्गाें से निकलने के लिए चार बाइक तैयार हैं। कच्चे क्वार्टर बाजार के नजदीक निगम कार्यालय होने के कारण गाड़ी को कार्यालय में खड़ा कर रखा है। शहर में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है। दुकानदारों से अपील है कि बाजार में अतिक्रमण न करें, जिससे गाड़ी को आसानी से निकाला जा सके। -राजेंद्र सिंह दहिया, सहायक मंडल अग्निशमन अधिकारी।