Unnao News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से जानवरों की तस्करी का मामला सामने आया है. यहां सफीपुर पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक कार की तलाशी ली और डिग्गी खोलते ही पुलिस हैरत में पड़ गई. दरअसल कार की डिग्गी में तीन बोरियों से जख्मी हालत में 15 लंगूर बरामद हुए हैं. जिनकी बेहोशी की हालत में तस्करी हो रही थी. पुलिस ने 15 लंगूरों की तस्करी कर रहे दो तस्करों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है.
बताया जा रहा है यह तस्कर लंबे समय से उन्नाव के अलग-अलग क्षेत्र में यह काम कर रहे थे, जिन्हें पकड़ा गया है. फिलहाल उनके सरगना की तलाश में पुलिस जुटी है. सफीपुर कोतवाली क्षेत्र उन्नाव-हरदोई मार्ग पर गंधा नाला पुलिया के पास सुबह चेकिंग के दौरान पुलिस ने कार की तलाशी ली. जिसमें तीन बंधी बोरियां रखी मिली. बोरियों में हलचल देख पुलिस ने उन्हें खोलकर देखा. जिसमें जख्मी हालत में 15 लंगूर मिले.
नशीला पदार्थ खिलाकर किया बेहोश
पुलिस ने कार सवार में सवार दो तस्करों को हिरासत में लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने वन विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. वहीं लंगूरों को वन विभाग को सौंपा गया है. कोतवाल श्यामनरायण सिंह ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि जनपद के बारासगवर थाना क्षेत्र से लंगूरों को पकड़कर उन्हें नशीला पदार्थ खिलाया गया था.
महंगे दामों पर बेचने के लिए हो रही तस्करी
तस्करों ने पूछताछ में बताया कि लंगूरों को संभल के पनापुर गांव ले जाया जा रहा था. जहां उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जाना था. उन्होंने बताया कि चेकिंग से बचने के लिए वह लग्जरी वाहन का प्रयोग करते हैं. उन्नाव के ही बिहार थाना क्षेत्र में करीब 8 माह पहले बंदरों की तस्करी करने वाले दो शातिरों को बिहार थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया था और उनके पास से काले मुंह वाले लंगूर की बरामदगी की थी. पहले पकड़े गए तस्कर फर्रुखाबाद एटा कासगंज समेत अन्य जनपदों में उन्हें भेजते थे.
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