नई दिल्ली: देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पीएम मोदी ने 24 सितंबर को 9 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात दी है। रेलवे की ओर से यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसी क्रम में अब रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे की ओर से एक सर्कुलर में बताया गया है कि अगले 6 महीनों के लिए वंदे भारत ट्रेन में पैकेज्ड फूड सर्व नहीं किया जाएगा। रेलवे ने ये फैसला हेल्थ हाइजीन और कंज्यूमर रिस्पॉन्स के बाद लिया है। इस सुविधा को एयरलाइंस की तर्ज पर ट्रायल बेसिस पर शुरू किया गया है। आइए आपको बताते हैं रेलवे ने वंदे भारत में पैकेज्ड फूड सर्व को क्यों बंद किया है।
इस वजह से उठाया कदम
रेल मंत्रालय की ओर से यात्रियों के सुझाव और शिकायतों के आधार पर ये कदम उठाया गया है। रेलवे ने अपने सर्कुलर में बताया कि ऐसा देखा गया है कि बेकरी प्रोडक्ट, वेफर्स, कन्फेक्शनरी आइटम, कोल्ड ड्रिंक्स जैसी चीजों की बिक्री पर पैसेंजर्स की काफी शिकायतें बढ़ रही हैं। रेलवे के मुताबिक, ट्रेन के अंदर फेरीवालों के आने की वजह से होने वाली समस्या, रस्ते में खाद्य पदार्थों का ज्यादा भंडारण और दरवाजों का बार-बार खुलने से यात्रियों को असुविधा होती है। इन बातों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है कि वंदे भारत ट्रेनों में 6 महीने के लिए पायलट आधार पर PAD वस्तुओं की बिक्री की अनुमति बंद कर दी जाएगी।
IRCTC को दिए ये निर्देश
रिपोर्ट के मुताबिक, रेल मंत्रालय ने IRCTC को यह भी निर्देश दिया है कि वह राउंड ट्रिप के लिए ‘रेल नीर’ बोतलबंद पानी की दोहरी आपूर्ति का स्टॉक न किया जाए। इससे ज्यादा जगह लगती है। बोतलों को अब एक ही यात्रा के लिए स्टॉक किया जाएगा और फिर से भरा जाएगा।
करनी होगी प्री बुकिंग
रेलवे के मुताबिक, अब खानपान सेवाओं के संबंध में पैसेंजर्स को प्री बुकिंग करनी होगी। वंदे भारत में ट्रैवल के 24 से 48 घंटे पहले पैसेंजर्स को पुन: पुष्टि के लिए एसएमएस भी भेजा जाएगा। जो लोग प्रीपेड भोजन का विकल्प नहीं चुनते हैं, उनसे ट्रेन में ऑर्डर करने और भोजन उपलब्ध होने पर 50 रुपये अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। ये एसएमएस पैसेंजर्स को भोजन और परोसे जाने वाले भोजन की मात्रा के बारे में भी सूचित करेगा।