Varanasi news: ट्रेनों की लेटलतीफी से ऑनलाइन फूड की डिलीवरी घटी


Varanasi news: ट्रेनों की लेटलतीफी से ऑनलाइन फूड की डिलीवरी घटी

By: Inextlive | Updated Date: Wed, 01 May 2024 00:08:08 (IST)

पैकेट का फूड लेने से परहेज कर रहे पैसेंजर्स, प्रचंड गर्मी को देखते हुए यात्री पैकेट का आर्डर नहीं दे रहे

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वाराणसी (ब्यूरो)आईआरसीटीसी के ईकैटरिंग के तहत ऑनलाइन फूड लेने से यात्री अब परहेज करने लगे हैंवजह ऑपरेशनल कारणों से ट्रेनों की लेटलतीफी और प्रचंड गर्मी बताया जा रहा हैइसके चलते पैसेंजर्स फूड का पैकेट लेने से बच रहे हैंइसके चलते ट्रेनों में ऑनलाइन फूड की डिलीवरी में 30 से 35 परसेंट की कमी आई हैभीषण गर्मी की वजह से पैकेट बंद भोजन खराब होने की वजह से यात्री अब ऑर्डर करने से बच रहे हंैपेंट्रीकार का भी खाना बहुत कम बिक रहा है.

महामना में 15 से 20 हजार बिक्री

महामना एक्सप्रेस के पेंट्रीकार की बिक्री महज 15 से 20 हजार के बीच रह गई हैआईआरसीटीसी ने ईकैटरिंग के तहत स्थानीय होटल, रेस्टोरेंट को जोड़ रहा हैसफर के दौरान यात्री तीन घंटे पहले पीएनआर नंबर के जरिए मनपसंद भोजन की बुकिंग करते हैंइस तरह की व्यवस्था होती है कि ट्रैक करते हुए भोजन पैकेट ट्रेन के स्टेशन पहुंचने से पहले पहुंच जाता है.

पैकेट बंद भोजन से बच रहे यात्री

कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि बहुत से रजिस्टर्ड रेस्टोरेंट के वेंडर दो घंटे पहले का भी बना हुआ खाना कोच में चढ़ा देते हैंइसकी शिकायत भी यात्री अगले स्टेशन या आईआरसीटीसी को ट्वीट के जरिये करते हैंगर्मी को देखते हुए यात्री अब पैकेट बंद भोजन से बचना चाहते हैं.

200 से घटकर हो गया 120 पैकेट

कैंट, बनारस और सिटी स्टेशन पर कोच रेस्टोरेंट और फूड कोर्ट वाले भी खाना कोच में बेचते हैंइसमें अधिकतर भोजन खराब निकलता हैआईआरसीटीसी के ईकैटरिंग के तहत रजिस्टर्ड रेस्टोरेंट संचालक ने बताया कि इस समय ऑनलाइन फूड डिलीवरी में कमी आई हैपहले जहां 200 पैकेट रोजाना बिकते थे, अब वहीं 120 से 135 तक बिक रहा हैयात्री पैकेट बंद भोजन गर्मी के चलते नहीं ले रहे हैं.

20 जोड्री ट्रेनों में पेंट्रीकार की सुविधा

कैंट स्टेशन से संचालित महाकाल एक्सप्रेस, महामना समेत 20 जोड़ी ट्रेनों में ही पेंट्रीकार की सुविधा हैमहामना में तो इस समय 20 हजार की भी सेल नहीं हो पा रही हैलंबी दूरी की ट्रेनों में भी यात्री घर से बना भोजन लेकर सफर कर रहे हैंइसके चलते काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

लगातार खाना खराब हो रहा हैट्रेन अगर लेट न हो तो इतना नुकसान न होलेकिन प्रतिदिन तीन से चार ट्रेंने लेट हो रही है.

डंपी तिवारी, रेस्टोरेंट संचालक

ट्रेनें लेट

गंगा शतलज -11 घंटा

बेगमपुरा एक्स.- 7.30 घंटा

नीलांचल एक्स.- 05 घंटा

पंजाब मेल– 3.50 घंटा

जम्मूतवी कोलकाता एक्स.- 7.30 घंटा

नोटयह ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट से आईं.


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