
16 गेंदों पर नाबाद 37 रन
आखिरी चार ओवर्स में मैदान का माहौल पूरी तरह बदल चुका था। जब धोनी मैदान पर उतरे तो चेन्नई सुपरकिंग्स को जीत के लिए 23 गेंदों में 72 रन की जरूरत थी। अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर खड़े 42 साल के माही ने मुकेश कुमार के खिलाफ चौके से शुरुआत की। संन्यास ले चुका कोई खिलाड़ी एक साल बाद मैदान पर उतरे और पहली ही गेंद पर ऐसा कनेक्शन दिखाए तो हैरानी होती है, लेकिन माही तो हैरान करने के लिए ही पहचाने जाते हैं।
धोनीमय दिल्ली का होमग्राउंड
जो लोग मैदान पर धोनी को बल्लेबाजी करते देखने आए थे, वो सभी हतप्रभ थे। दिल्ली कैपिटल्स यह मानकर चल रही थी कि वो घरेलू मैच खेल रहे हैं, लेकिन मैदान का नजारा तो धोनीमय था। टीवी पर एक फैन पोस्टर थामे दिखा, जिसमें लिखा था ‘धोनी, मैं आपको देखने के लिए यूके से आया हूं।’ चेन्नई के लिए मैच तो काफी पहले ही खत्म हो चुका था।
आखिरी ओवर में बेदम कुटाई
सीएसके को आखिरी ओवर में 41 रन चाहिए थे और धोनी ने एनरिक नॉर्टजे की पहली गेंद पर एक्स्ट्रा कवर के जरिए चौका जड़ दिया। नॉर्टजे अपनी लाइन और लेंथ सही करने में विफल रहे क्योंकि सीएसके के दिग्गज ने उन्हें सबक सीखाना जारी रखा। दूसरी गेंद, फुलटॉस, मिडविकेट पर एक हाथ से छक्के के लिए गई। प्रोटियाज तेज गेंदबाज के लिए चीजें लगातार खराब होती गईं क्योंकि उन्होंने चौथी गेंद पर एक और फुल टॉस फेंकी और इस पर भी बाउंड्री आई। धोनी ने फुलटॉस आई आखिरी गेंद पर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से छक्के के साथ अपनी पारी खत्म की।