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अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज को सांस से जुड़ी समस्या आती हैं. इस बीमारी से पीड़ित मरीजों में खांसी आना, सांस लेने में परेशानी होना, सीने में दर्द, घबराहट जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इन लक्षणों को सामान्य समझकर नजरअंदाज करना गंभीर हो सकता है. मरीजों को इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए खानपान का ख्याल रखना जरूरी है. उन चीजों को खाने से परहेज करने की जरूरत है, जिससे ये बीमारी और भी गंभीर हो जाती है. चलिए आपको बताते हैं कि अस्थमा की बीमारी में किन चीजों से परहेज करने की जरूरत होती है.
अस्थमा में इन चीजों को नहीं खाना चाहिए-
अस्थमा के मरीजों में एलर्जी के अलग-अलग लक्षण दिखते हैं. इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को उन चीजों को नहीं खाना चाहिए, जो अस्थमा को ट्रिगर कर सकती हैं. खाने की ऐसी चीजों से दूरी बनाए रखना चाहिए. मरीजों को चावल, दही, पत्ता गोभी, तला और ज्यादा मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा जंक फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स जैसी चीजों से भी परहेज करना चाहिए. पैकेटबंद फूड्स को प्रिजर्व करने के लिए कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल होताी है. ये फूड्स दमा के मरीजों के लिए खतरनाक होता है.
अस्थमा के मरीजों को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे सूजन के साथ ब्लड प्रेशर का लेवल और मोटापा भी बढ़ सकता है. बॉडी में जमी एक्स्ट्रा फैट की वजह से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. अस्थमा के मरीजों को लाल मीट खाने से भी बचना चाहिए.
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अस्थमा के मरीजों को क्या खाना चाहिए-
दमा के मरीजों को मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए. साबुत अनाज, फलियां, मेवा, हरी सब्जियां और मछली में मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इस बीमारी में सांस की नली में सूजन होने लगती है और मैग्नीशियम रिच फूड्स सूजन को कम करने में कारगर होते हैं. इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए कीवी और एवोकाडो फायदेमंद होता है.
अस्थमा से पीड़ित मरीजों को विटामिन सी और विटामिन ई से युक्त फूड आइटम का सेवन करना चाहिए. मरीजों को रोज धूप में निकलना चाहिए. इसके अलावा मरीजों को रोजाना एक्सरसाइज करना चाहिए.
इसका रखना चाहिए ध्यान-
अस्थमा के मरीजों को धूल-मिट्टी से दूर रहना चाहिए. इससे अस्थमा ट्रिगर कर सकता है. मरीजों को घर से बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. घर में साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि मरीजों को दिक्कत ना हो.
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